बिलासपुर से पर्वतारोहण की शुरुआत करने वाले निशु सिंह ने बताया इन पर्वतारोहण पर आने वाली मुसीबतें और उनसे जुड़े कई रहस्य। पर्वतारोहण करने का मुख्य कारण है कि उनके साथ आने वाली पीढ़ी शामिल हो और पर्वतारोहण की साथ पर्वत में आने वाले परिस्थितियां आर्थिक ग्लेशियर्स और हिमालय के बारे में जानकारी मिले । पर्वतारोही निशु सिंह बिलासपुर के गांव भरनी के वासी है जिन्होंने छोटे से गांव से निकलकर ऊंचे–ऊंचे पर्वतों को फतह किया। पर्वतारोही निशु सिंह के इस कदम पर उनके माता पिता जिन्होंने हर कदम प्रोत्साहन बढ़ाया।पर्वतों पर हर मुसीबतों को पार किया और भारत का ध्वज तिरंगा लहराते आए है।

निशु सिंह ने हाल ही में लेह लद्दाख की दो पर्वतों को एक साथ लगातार चढ़ाई कर कांग यात्से1 (21063फीट) और कांग यात्से2 (21590फीट) की ऊंचाई पर चढ़ाई कर बिलासपुर जिले से भारत के तिरंगा उस ऊंचाई पर लहराया।और सबसे ऊंची चोटी माउंट ऐवरेस्ट पर 26200 फोट पर 2024 को तिरंगा लहराया और माउंट किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर 2021 मै तिरंगा लहराया इसके अलावा निशु सिंह ने इंडिया के 45 माउंटेन पर तिरंगा लहराया है आज “इंटरनेशनल माउंटेन डे” पर निशु सिंह ने बताया कि पर्वत का हमारे जीवन में बहुत बड़ा योगदान है। निशु कई समय से पर्वतारोहण से जुड़ी कई कठिन रास्तों को पार जिसमें पर्वतों पर बर्फ का गिरना, एवलांच, कोर्निश जो कभी रास्तों में दिखता नहीं और पर्वतारोही इसमें कई बार गिर जाते है ऐसे कई कठिनाइयों को एक पर्वतारोही कैम्पर करना पड़ता है तब जाकर पर्वत की ऊंचाई तक तिरंगा लहराते है।
अंतर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस प्रतिवर्ष 11 दिसंबर को मनाया जाता है, ताकि जीवन में पहाड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके, पर्वत विकास में अवसरों और बाधाओं को उजागर किया जा सके और ऐसे गठबंधन बनाए जा सकें जो दुनिया भर में पर्वतीय लोगों और पर्यावरण में सकारात्मक बदलाव लाएंगे। पर्वतारोही निशु सिंह कई पर्वतारोहण से जुड़े बच्चों को प्रशिक्षण देती है ताकि जिले और पूरे भारत से पर्वतों के बारे में मालूम चल सके। निशु जिले से कई वर्षों से पर्वतों पर चढ़ाई कर रहे है जिनमें से लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश जैसे कई पर्वतों पर जा चुके है। और अंतर्राष्ट्रीय पर्वत में दो पर्वत पर चढ़ाई कर चुके है।
विज्ञापन एवं समाचार प्रकाशित करवाने हेतु संपर्क करें Prabhat Chhattisgarh ( Prabhat Sonchhatra
Prabhatsonchhatra@gmail.com
https://www.prabhatchhattisgarh.in



More Stories
डिग्री से ज्यादा स्कील बढ़ाने पर ध्यान दें युवा : राज्यपाल
स्व.लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में मनाया गया सुशासन दिवस
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 187 करोड़ के 23 कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन