बिलासपुर, 26 नवंबर 2025 जिला कार्यालय बिलासपुर में आज संविधान दिवस बड़े ही उत्साह और गरिमामय वातावरण में मनाया गया। देश की लोकतांत्रिक परंपराओं एवं संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान प्रकट करने और नागरिक दायित्वों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा अन्य विभागों से आए प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः औपचारिक रूप से जिला कार्यालय परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई। इसके पश्चात अपर कलेक्टर सुश्री ज्योति पटेल ने उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह अवसर है अपनी जिम्मेदारियों को नए सिरे से समझने और उन्हें पूर्ण निष्ठा के साथ निभाने के संकल्प को दोहराने का।
सुश्री पटेल के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया गया। पूरे परिसर में एकता, गरिमा और भारत के लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता की भावना साफ झलक रही थी। प्रस्तावना के शब्दों—‘हम, भारत के लोग…का सामूहिक उच्चारण उपस्थित जनों में संविधान के महत्व और उसकी मूल भावना के प्रति गहरा सम्मान उत्पन्न कर रहा था।
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय संविधान विश्व के सबसे विस्तृत और प्रगतिशील संविधानों में से एक है। यह न केवल हमारे अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि कर्तव्यों और दायित्वों का भी बोध कराता है। उन्होंने सभी कर्मचारियों से अपील की कि वे अपने-अपने विभागों में पारदर्शिता, जवाबदेही और सेवा की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। शासन की योजनाओं और सेवाओं को आम जनता तक कुशलतापूर्वक पहुँचाना ही संवैधानिक दायित्वों का वास्तविक निर्वहन है।
कार्यक्रम के दौरान संवैधानिक मूल्यों — न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता — के महत्व पर भी विस्तृत चर्चा की गई। अधिकारियों ने कहा कि यह मूल्य केवल शासन व्यवस्था की नींव नहीं हैं, बल्कि सामाजिक समरसता और राष्ट्र की एकता के लिए भी आवश्यक हैं। संविधान दिवस हमें हमारे साझा राष्ट्रीय चरित्र और लोकतांत्रिक विरासत की याद दिलाता है।
यह भी उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकृत किया था। इसी ऐतिहासिक पल की स्मृति में प्रतिवर्ष 26 नवंबर को देशभर में संविधान दिवस मनाया जाता है। जिला प्रशासन ने शासन के निर्देशानुसार जिले के अन्य कार्यालयों, उपखंडों और पंचायत स्तर पर भी संविधान दिवस के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए थे, जिनमें सामूहिक वाचन, जागरूकता कार्यक्रम और परिचर्चाएँ शामिल रहीं।
कार्यक्रम के समापन पर अधिकारियों और कर्मचारियों ने संविधान की मूल भावना के अनुरूप अपने कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करने का संकल्प लिया। जिला प्रशासन ने इस अवसर पर युवाओं और आम नागरिकों को संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने के लिए आगामी दिनों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने की भी घोषणा की।
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